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सोलर पैनल से जुड़े लोगों के आम सवाल और उनके जवाब

(आपके सभी सवालों का सरल और सही समाधान)

सोलर पैनल एक शानदार तकनीक है, लेकिन पहली बार लगवाने वालों के मन में कई सवाल उठते हैं —
“सोलर से वाकई बिल कम होता है?”,
“सब्सिडी कैसे मिलेगी?”,
“कितना खर्च आएगा?”
और ऐसे कई सवाल…

इस ब्लॉग में हम ऐसे ही 15 सबसे आम सवालों के सरल और भरोसेमंद जवाब दे रहे हैं।

1. सोलर पैनल क्या होता है और यह किस प्रकार कार्य करता है?

सोलर पैनल सूरज की रोशनी को बिजली में बदलता है।सोलर पैनल छोटे-छोटे सोलर सेल्स से मिलकर बना होता है, जो सूरज की रोशनी से DC (डायरेक्ट करंट) उत्पन्न करते हैं। यह DC बिजली इन्वर्टर की मदद से AC (अल्टरनेटिंग करंट) में बदली जाती है, जो हमारे घर के सभी उपकरणों को चलाने के लिए उपयोग की जाती है।

2. क्या सोलर पैनल की मदद से बिजली बिल में बचत हो सकती है?

हां, बिल्कुल!

  • 3kW का सोलर सिस्टम आपके मासिक बिजली खर्च में ₹2,500 से ₹3,500 तक की कटौती कर सकता है।

  • अगर नेट मीटरिंग है, तो आपकी बची हुई बिजली ग्रिड को भेजी जा सकती है और उसका क्रेडिट आपको बिल में मिलता है।

3. क्या मेरे घर की छत सोलर के लिए उपयुक्त है?

अगर आपकी छत:

  • मजबूत,

  • 100–500 sq.ft खाली,

  • और दिनभर में लगभग 4 से 6 घंटे तक सूरज की रोशनी मिलती है।

तो बिल्कुल उपयुक्त है।

4. सोलर सिस्टम की कीमत कितनी होती है?

सोलर सिस्टम साइज़अनुमानित लागत (सब्सिडी के बाद)
1 kW₹50,000 – ₹60,000
3 kW₹1.1 – ₹1.3 लाख
5 kW₹1.8 – ₹2.2 लाख

सरकारी सब्सिडी के चलते कुल लागत में लगभग 30–40% तक की बचत हो जाती है, जिससे सोलर लगवाना अब पहले से कहीं अधिक सुलभ और बजट-फ्रेंडली हो गया है।

5. सब्सिडी कितनी मिलती है और कैसे मिलेगी?

सिस्टम साइज़सब्सिडी प्रतिशत
1–3 kW40%
3 kW से ऊपर20%
  • आवेदन करें:www.pmsuryaghar.gov.in पर

  • सब्सिडी भुगतान: स्वीकृति के बाद राशि सीधे आपके बैंक खाते में ट्रांसफर की जाएगी।

6. कितने प्रकार के सोलर सिस्टम होते हैं?

1. On-Grid System
सीधे बिजली ग्रिड से जुड़ा होता है, जिससे अतिरिक्त सोलर ऊर्जा ग्रिड में भेजी जाती है और आपके बिजली बिल में सीधी कटौती होती है।

2. Off-Grid System
बैटरी-आधारित सिस्टम, जो उन क्षेत्रों के लिए आदर्श है जहां बिजली कटौती सामान्य बात है या ग्रिड कनेक्शन उपलब्ध नहीं है।

3. Hybrid System
ग्रिड और बैटरी दोनों से जुड़ा सिस्टम, जो अत्याधुनिक तकनीक के साथ निर्बाध बिजली सप्लाई सुनिश्चित करता है — चाहे दिन हो या रात।

7. इंस्टॉलेशन की पूरी प्रक्रिया कितनी दिन की होती है?

1kW से 5kW तक का सिस्टम 3–5 दिन में लग सकता है (साइट सर्वे + इंस्टॉलेशन + नेट मीटरिंग)।
नेट मीटरिंग में DISCOM से अप्रूवल आने में थोड़ा समय लग सकता है।

8. सोलर पैनल की देखभाल कैसे करें?

  • सोलर पैनलों की क्षमता बनाए रखने के लिए उन्हें हर महीने 1 या 2 बार केवल साफ पानी से धोना चाहिए, ताकि उन पर जमी धूल और गंदगी से बिजली उत्पादन में कमी न आए।

  • सोलर पैनलों पर जमी धूल या गंदगी अगर समय पर हटाई न जाए, तो उनकी ऊर्जा उत्पादन क्षमता यानी एफिशिएंसी में गिरावट आ सकती है। इसलिए इन्हें नियमित रूप से साफ रखना ज़रूरी है।

  • साथ ही, पूरे सिस्टम की सेहत बनाए रखने के लिए साल में कम से कम एक बार टेक्निकल चेकअप जरूर करवाएं — ताकि छोटी समस्याएं समय रहते पकड़ी जा सकें।

9. क्या सोलर को मोबाइल ऐप से मॉनिटर कर सकते हैं?

हां!
ज्यादातर इन्वर्टर ब्रांड्स (Sungrow, Enphase, Growatt आदि) एक मोबाइल ऐप देते हैं जिससे आप देख सकते हैं:

  • कितनी यूनिट बनी
  • कितनी खपत हुई
  • नेट मीटर रीडिंग

10. क्या सोलर सिस्टम में बैटरी ज़रूरी है?

On-Grid सिस्टम में बैटरी की आवश्यकता नहीं होती, क्योंकि यह सीधे बिजली ग्रिड से जुड़ा होता है। वहीं Off-Grid और Hybrid सिस्टम में बैटरी अनिवार्य होती है, ताकि बिजली जाते ही बिना रुकावट पावर बैकअप मिल सके।

11. क्या इंस्टॉलेशन के बाद बिल आना पूरी तरह बंद हो जाएगा?

अगर सिस्टम सही साइज का है और नेट मीटरिंग एक्टिव है, तो
 बिजली बिल “न्यूनतम” आ सकता है — ₹0 से ₹200 तक
लेकिन ग्रिड चार्जेस, फिक्स्ड चार्जेस कुछ जगहों पर रह सकते हैं।

12. क्या सोलर इंस्टॉलेशन के लिए किसी अनुमति की जरूरत है?

  • On-grid सिस्टम के लिए DISCOM से अप्रूवल जरूरी है

  • सरकारी सब्सिडी प्राप्त करने के लिए आपको पीएम सूर्य घर योजना के आधिकारिक पोर्टल पर ऑनलाइन आवेदन करना अनिवार्य है।

  • इंस्टॉलर आपकी मदद करते हैं पूरी प्रक्रिया में

13. क्या EMI पर सोलर सिस्टम मिल सकता है?

हां, आज कई इंस्टॉलर और NBFCs 0% ब्याज पर EMI सुविधा देते हैं।

सोलर सिस्टम की शुरुआत अब बड़ी रकम के बिना भी मुमकिन है — आप 12, 24 या 36 महीनों की आसान EMI में इसका भुगतान कर सकते हैं, जिससे शुरुआती खर्च आपकी जेब पर भारी नहीं पड़ता।

14. कितनी वारंटी मिलती है?

कंपोनेंटवारंटी अवधि
सोलर पैनल25 साल तक की परफॉर्मेंस गारंटी
इन्वर्टर5 – 10 साल
स्ट्रक्चर 5 – 15 साल

15. सोलर लगवाने के बाद सबसे बड़ा फायदा क्या है?

  • बिजली के बिल से छुटकारा
  • सरकार से सब्सिडी
  • 25 साल तक मुफ्त बिजली
  • पर्यावरण को साफ और सुरक्षित बनाना
  • घर की कुल वैल्यू बढ़ाना

निष्कर्ष: सवाल पूछना समझदारी है – और सही जवाब ही आपको सही फैसला लेने में मदद करते हैं

अगर आपके मन में अब भी कोई और सवाल है, तो हमसे बेहिचक पूछिए।

हमसे संपर्क करें:

हम देते हैं:
1. फ्री छत सर्वे
2. सब्सिडी आवेदन में मदद
3. क्वालिटी इंस्टॉलेशन
4. नेट मीटरिंग और AMC सपोर्ट

“अब सवाल नहीं — समाधान चाहिए? तो आज ही सोलर की ओर बढ़िए!”